महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री कौन?

दोस्तों, महाराष्ट्र की राजनीति में जारी घमासान के बाद उद्धब ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद बागी गुट के प्रमुख एकनाथ शिन्दे गुरुवार को मुम्बई लौट आये तथा उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर राज्यपाल भगतसिंह कोठयारी से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया।

CM पद का ऐलान

गुरुवार शाम को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेन्द्र फडणवीस ने ऐलान किया कि एकनाथ शिन्दे ही राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। तथा वो खुद सरकार से बाहर रहेंगे।
जबकि पहले इस बात के प्रयास लगाए जा रहे थे कि एकनाथ शिन्दे को महाराष्ट्र में deputy cm बनाया जाएगा मगर, देवेंद्र फडणवीस के बयान के बाद सारी बाते एकदम साफ हो गयी हैं कि एकनाथ शिन्दे ही महाराष्ट्र के अगले नए मुख्यमंत्री होंगे।


महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री-एकनाथ शिन्दे




बागी गुट के नेता एकनाथ शिन्दे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे, इस बात की घोषणा देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस से की। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आगे कहा कि एकनाथ शिन्दे आज शाम 7.30 बजे शपथ लेंगे तथा में सरकार से बाहर रहूंगा।
फडणवीस ने कहा कि उद्धव सरकार के दो दो मंत्री जेल में है, परंतु उनकी सदस्यता अभी तक रद्द नही की गई है।

ऑटोरिक्शा ड्राइवर से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले एकनाथ शिन्दे किसी टाइम में रिक्शा चलाने का काम किया करते थे
 अस्सी के दशक में शिन्दे ने शिवसेना को जॉइन किया यहीं से उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।

1997 में एकनाथ शिन्दे ठाणे महानगर पालिका में एक पार्षद के रूप में चुने गए थे, इसके बाद 2002 में फिर से नगर निगम के पार्षद चुने गए


4 बार के विधायक एकनाथ शिन्दे

आपको बता दें एकनाथ शिन्दे राजनीतिक जीवन मे कड़े परिश्रम के बाद मुख्यमंत्री पद तक पहुंच पाए हैं। सबसे पहले उन्हें 2004 में  कोपरी- पंचपखाडी क्षेत्र से विधायक चुने गए, इसके बाद 2009, 2014 तथा 2019 में पुनः विधायक पद के लिए वो चुने गए ।

विधायक दल के नेता

2019 में ही एकनाथ शिन्दे को विधायक दल का नेता चुना गया था, जिसमे आदित्य ठाकरे को नेता बनाये जाने की भी चर्चा थी।

2022 में मुख्यमंत्री

एकनाथ शिन्दे ने भाजपा के समर्थन के साथ इस बार मुख्यमंत्री पद प्राप्त कर लिया है, उनके अनुसार अब महाविकास अघाड़ी गठबंधन में काम करने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए उन्होंने इस गठबंधन से बाहर निकलने का फैसला लिया।